हंसा कहां से आया रे निर्गुणी भजन
हंसा कहां से आया रे , इसका भेद बता दे भाई ।
हम तो भोला ग्यानी हो , इसका पद समझा दे भाई ।।
शेष,महेश,गणेश नही था , ब्रह्मा भेद न वाणी ।
काया जीव कुछ भी नही था, तब की कहो निशानी ।।
हम तो भोला -------------;-----------
धरती अंबर दोनो नही थे, नही चांद और सूरा ।
उस दिन का तुम भेद बताओ , जो गुरू मिला है पूरा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
वेद पुराण नही जब होता , नही थे पंडित काजी ।
हरदम ध्यान तपत ना सिरजै , किसनै रच दई बाजी ।।
हम तो भोला-------+++--+-------------
पांच तत्व गुण तीन नही थे , नही पिंड ब्रह्मण्डा ।
सालिगराम नही जब होता , नही अठ्ठारे गंडा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
काया माया कुछ भी नही थे , नही था धुन्धुकारा ।
उस दिन का तुम भेद बताओ , कहां रहता हंस तुम्हारा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
सोलह खण्ड पे तकिया हमारा , अगम महल मे झण्डा ।
हुकमे साथी हम चल आये , काटण जम का फंदा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
पंथी की खोज मीन का मारग , अनुरागी लौ लीना ।
दीपदास कहा रंग राजै , खोज पाया ना चीन्हा ।।
इति
हम तो भोला ग्यानी हो , इसका पद समझा दे भाई ।।
शेष,महेश,गणेश नही था , ब्रह्मा भेद न वाणी ।
काया जीव कुछ भी नही था, तब की कहो निशानी ।।
हम तो भोला -------------;-----------
धरती अंबर दोनो नही थे, नही चांद और सूरा ।
उस दिन का तुम भेद बताओ , जो गुरू मिला है पूरा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
वेद पुराण नही जब होता , नही थे पंडित काजी ।
हरदम ध्यान तपत ना सिरजै , किसनै रच दई बाजी ।।
हम तो भोला-------+++--+-------------
पांच तत्व गुण तीन नही थे , नही पिंड ब्रह्मण्डा ।
सालिगराम नही जब होता , नही अठ्ठारे गंडा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
काया माया कुछ भी नही थे , नही था धुन्धुकारा ।
उस दिन का तुम भेद बताओ , कहां रहता हंस तुम्हारा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
सोलह खण्ड पे तकिया हमारा , अगम महल मे झण्डा ।
हुकमे साथी हम चल आये , काटण जम का फंदा ।।
हम तो भोला ग्यानी----------------------
पंथी की खोज मीन का मारग , अनुरागी लौ लीना ।
दीपदास कहा रंग राजै , खोज पाया ना चीन्हा ।।
इति
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